गुर्दे की पथरी के घरेलू उपचार: आयुर्वेदिक उपाय

गुर्दे की पथरी एक आम समस्या है जो बहुत तकलीफदेह हो सकती है। अगर आप भी गुर्दे की पथरी से परेशान हैं, तो आयुर्वेदिक उपाय आपके लिए कारगर साबित हो सकते हैं। यहां हम गुर्दे की पथरी के कुछ सिद्ध और प्रभावी घरेलू उपचार बता रहे हैं जो आपको राहत दिला सकते हैं।

1. गाजर और मूली के बीज का पाउडर

गाजर और मूली के बीज 10-10 ग्राम, गोखरू 20 ग्राम, जवाखार और हजरूल यहूद 5-5 ग्राम लें। इन्हें मिलाकर पाउडर बना लें और 4-4 ग्राम की पुड़िया बना लें। एक खुराक सुबह 6 बजे, दूसरी 8 बजे और तीसरी शाम 4 बजे दूध-पानी की लस्सी के साथ लें। यह बहुत ही कारगर उपचार है।

2. चौलाई की सब्जी

पथरी को गलाने के लिए चौलाई की सब्जी बहुत गुणकारी है। इसे उबालकर धीरे-धीरे चबाकर खाएं। दिन में 3-4 बार यह उपक्रम करें।

3. बथुआ की सब्जी

आधा किलो बथुआ की सब्जी लें। इसे 800 मिली पानी में उबालें। अब इसे कपड़े या चाय की छलनी से छान लें। बथुआ की सब्जी को भी अच्छी तरह मसलकर मिलाएं। इसमें आधा चम्मच काली मिर्च और थोड़ा सा सेंधा नमक मिलाकर पीएं। दिन में 3-4 बार प्रयोग करने से गुर्दे के विकार नष्ट होते हैं और पथरी निकल जाती है।

4. प्याज का रस

प्याज में पथरी नाशक तत्व होते हैं। करीब 70 ग्राम प्याज को अच्छी तरह पीसकर या मिक्सर में चलाकर पेस्ट बना लें। इसे कपड़े से निचोड़कर रस निकालें। सुबह खाली पेट पीते रहने से पथरी छोटे-छोटे टुकड़े होकर निकल जाती है।

5. सेब

दो-तीन सेब रोज खाने से पथरी रोग में लाभ मिलता है।

6. तरबूज

तरबूज में पानी की मात्रा ज्यादा होती है। जब तक उपलब्ध रहे रोज तरबूज खाएं। यह पथरी को बाहर निकालने में मदद करता है और पुरुषों के लिए वियाग्रा जैसा असर भी दिखाता है।

7. कुलथी की दाल

कुलथी की दाल का सूप पीने से पथरी निकलने के प्रमाण मिले हैं। 20 ग्राम कुलथी को दो कप पानी में उबालकर काढ़ा बना लें। सुबह के वक्त और रात को सोने से पहले पीएं।

8. विटामिन बी-6

शोध में पाया गया है कि विटामिन बी-6 (पायरीडोक्सीन) के प्रयोग से पथरी समाप्त हो जाती है और नई पथरी बनने पर भी रोक लगती है। 100 से 150 मिलीग्राम की खुराक कई महीनों तक लेने से पथरी रोग का स्थायी समाधान होता है।

9. अंगूर

अंगूर में पोटेशियम और पानी की अधिकता होने से गुर्दे के रोगों में लाभदायक सिद्ध हुआ है। इसमें अल्बुमिन और सोडियम कम होता है जो गुर्दे के लिए उत्तम है।

10. सूखा आंवला और मूली

सूखे आंवले को बारीक पीस लें। यह चूर्ण कटी हुई मूली पर लगाकर भली प्रकार चबाकर खाने से कुछ ही हफ्तों में पथरी निकलने के प्रमाण मिले हैं।

11. कूदना

स्टूल पर चढ़कर 15-20 बार फर्श पर कूदें। पथरी नीचे खिसकेगी और पेशाब के रास्ते निकल जाएगी। निर्बल व्यक्ति यह प्रयोग न करें।

12. मिश्री, सौंफ और धनिया

मिश्री, सौंफ और सूखा धनिया सभी 50-50 ग्राम की मात्रा में लेकर रात को डेढ़ लीटर पानी में भिगोकर रख दें। 24 घंटे बाद छानकर सौंफ और धनिया पीसकर यह पेस्ट पुनः तरल मिश्रण में घोलकर पीते रहने से मूत्र पथरी निकल जाती है।

13. मट्ठा और जवाखार

गाय के दूध के लगभग 250 मिलीलीटर मट्ठे में 5 ग्राम जवाखार मिलाकर सुबह-शाम पीने से गुर्दे की पथरी खत्म होती है।

डॉ. (वैद्य) दीपक कुमार आदर्श आयुर्वेदिक फार्मेसी कंखल हरिद्वार ईमेल: aapdeepak.hdr@gmail.com मोबाइल: 9897902760

आयुर्वेदिक उपायों से गुर्दे की पथरी का घरेलू उपचार संभव है। इन प्राकृतिक उपायों को आजमाकर आप अपनी पथरी की समस्या को आसानी से दूर कर सकते हैं। इन उपायों को अपनाएं और स्वस्थ जीवन का आनंद लें।

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