आयुर्वेद में हल्दी को ‘हरिद्रा’ कहा जाता है और इसे आयुर्वेदिक चिकित्सा में स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। हल्दी का उपयोग हमारे दैनिक जीवन में भोजन बनाने में, रंग देने में, और आयुर्वेदिक चिकित्सा में किया जाता है। यह एक स्वास्थ्य सुपरफूड के रूप में भी मशहूर है जो हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुदृढ़ करने में मदद करता है। इस लेख में, हम जानेंगे कि हल्दी के सेवन के क्या-क्या फायदे हैं और इसका सेवन कैसे हमारे स्वास्थ्य को सुधार सकता है।
हड्डी के टूटने पर
हड्डी के टूटने पर रोज हल्दी का सेवन करने से लाभ मिलता है। एक प्याज को पीसकर एक चम्मच हल्दी मिलाकर कपड़े में बांध लें। इसे तिल के तेल में रखकर गर्म करें और इससे फिर सेंक करें। कुछ देर सेंकने के बाद पोटली खोलकर दर्द वाले स्थान पर बांध दें।
हड्डी टूटने पर हल्दी का रोज सेवन करने से लाभ होता है।
हड्डी टूट जाने पर प्लास्टर लगाकर एक बार की टूटी हड्डी तो जल्द ही ठीक हो जाती है मगर जो हड्डी बार-बार टूटी हो उसमें जगह बनने से पानी जमने, सड़ने की संभावना हो सकती है।
पिसी हुई हल्दी 1 छोटी चम्मच, एक चम्मच-भर पुराना गुड़ जोकि 1 साल पुराना हो और देशी घी 2 चम्मच-भर लेकर तीनों को 1 कप पानी में उबालें। जब उबलते-उबलते पानी आधा ही रह जाये, तब इसे थोड़ा ठण्डाकर पी जायें। इस प्रयोग को केवल 15 दिन से 6 महीने तक करने से लाभ नज़र आ जायेगा।
दांत दर्द करने पर
हल्दी, नमक और सरसों का तेल मिलाकर रोज मंजन करें। इससे दांत मजबूत बनेंगे।
हल्दी को आग पर भूनकर बारीक पीस लें। इससे उस दांत को मले जिसमें दर्द हो, इससे दांतों के कीड़े मर जाते हैं।
केवल हल्दी का टुकड़ा दांतों के बीच दबाने से भी लाभ पहुंचता है।
हल्दी और हींग दोनों को पीसकर जरा-सा पानी डालकर गोली बना लें और जिस दांत में दर्द हो उसके नीचे इसे दबा लें। इससे दांतों का दर्द दूर हो जाता है।
नमक, हल्दी और सरसों का तेल मिलाकर दांतों व मसूढ़ों पर दिन में 2 से 3 बार मलें। इससे दांत मजबूत होते हैं एवं दर्द दूर होता है।
गर्भ निरोध
हल्दी की गांठे पीसकर कपड़े में छान लें। फिर इसे 6 ग्राम की मात्रा में सेवन करते रहें। गर्भ निरोध का यह सबसे सस्ता उपाय है।
गैस
पेट में जब गैस भर जाती है तो बहुत दर्द होता है। ऐसी स्थित में पिसी हुई हल्दी और नमक 5-5 ग्राम की मात्रा में पानी से लें।
हल्दी और सेंधानमक को पानी के साथ सेवन करने से लाभ होता है।
घाव में कीड़े
घाव पर पिसी हुई हल्दी लगाने से घाव के कीडे नहीं होगें ।