दूध और उसकी पहचान: असली या नकली?

1. प्रस्तावना:
दूध, हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण पोषण स्रोत है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आजकल कई तकनीकी तरीकों से दूध में मिलावट हो रही है? इस ब्लॉग में हम यह सीखेंगे कि कैसे हम असली और नकली दूध को पहचान सकते हैं और अपने स्वास्थ्य को सुरक्षित रख सकते हैं।

2. मिलावट के तरीके:
दूध बनाने के तरीके में काफी तकनीकी परिवर्तन हो रहे हैं, और बचपन की यादों में बनाए गए दूध की तरह असली दूध बनाना अब मुश्किल हो रहा है। मिलावट के तरीकों में शामिल हैं पनीर, घी, मावा, जो गलत तरीके से बनाए जा रहे हैं।

3. नकली मावा:
मावा, जिसे हम त्योहारों की मिठाई में प्रयुक्त करते हैं, अब असली दूध की बजाय सर्फ के प्रयोग से बनाया जा रहा है। यह बहुत खतरनाक हो सकता है, और इसमें वाशिंग पाउडर तक मिलाया जा सकता है।

4. नकली मिठाई:
देशभर में बड़े पैम्बर में बनने वाली मिठाई भी नकली दूध का उपयोग करके बनाई जा रही है। इसमें वाशिंग पाउडर का इस्तेमाल होता है, जो स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है।

5. वाशिंग पाउडर का इस्तेमाल:
नकली मावा बनाते समय वाशिंग पाउडर का इस्तेमाल होता है, जिससे मावा में मिलावट होती है। यह वाशिंग पाउडर दूध से क्रीम निकालने के बाद डाला जाता है, और इसमें डिटर्जेंट पाउडर और घटिया क्वालिटी का रिफाइंड या वनस्पति घी मिलाया जाता है।

6. नकली दूध की पहचान:
असली और नकली दूध को पहचानने के लिए कुछ सरल तरीके हैं। सबसे पहला तरीका है दूध को सूंघना – अगर उसमें साबुन जैसी गंध है तो यह नकली है। दूसरे तरीके में असली दूध का स्वाद हल्का मीठा होता है, जबकि नकली दूध कड़वा हो सकता है।

7. दूध की पुष्टि:
असली दूध में पुष्टि होती है और यह बहता हुआ नीचे गिरता है, जबकि नकली दूध में पानी के मिलावट की बजह से यह पीला हो सकता है।

8. दूध का उबालना:
असली दूध उबालने पर रंग नहीं बदलता, जबकि नकली दूध का रंग पीला हो सकता है।

9. दूध की गुणवत्ता:
असली दूध को हाथों के बीच रगड़ने पर चिकनाहट महसूस नहीं होती, वहीं नकली दूध में रगड़ने पर डिटर्जेंट जैसी चिकनाहट महसूस हो सकती है।

10. असली दूध का चिन्ह:
असली दूध को चिन्हित करने के लिए उसे एक काली सतह पर छोड़ें – अगर दूध के पीछे सफेद धार छूटे तो यह असली है।

सावधानी:
हमें यह सभी तरीके आपसी मिलीभगत में प्रयोग करते हुए इन पर विश्वास करना चाहिए और सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त दुग्ध निर्माताओं का चयन करना चाहिए। अगर आप संशय हैं, तो निर्माता की सजगता और लाइसेंस की जाँच करना बहुत महत्वपूर्ण है।

इस ब्लॉग के माध्यम से हमने आपको दूध की पहचान के तरीकों को सीधे और सरल भाषा में बताया है। यदि आप इन तरीकों का सही से अनुसरण करते हैं, तो आप अपने परिवार को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं।

डॉ.(वैद) दीपक कुमार
आदर्श आयुर्वेदिक फार्मेसी
काँखल, हरिद्वार
ईमेल: aapdeepak.hdr@gmail.com
मोबाइल: 9897902760

आपके स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए हमेशा विशेषज्ञ की सलाह लें और अच्छे आदतें अपनाएं।

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